भारतीय न्याय संहिता की धारा 280 हिन्दी मे (BNS Act Section-280 in Hindi) –
अध्याय XV
280. जो कोई किसी जलयान को इतनी उतावली या उपेक्षा से चलाएगा कि मानव जीवन संकटापन्न हो जाए या किसी अन्य व्यक्ति को चोट या क्षति पहुंचने की संभावना हो, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि छह मास तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, जो दस हजार रुपए तक का हो सकेगा, या दोनों से, दंडित किया जाएगा।
सार्वजनिक स्वास्थ्य, सुरक्षा, सुविधा, शालीनता और
नैतिकता को प्रभावित करने वाले अपराध।
280. जहाज का जल्दबाजी में संचालन।
Bharatiya Nyaya Sanhita Section 280 in English (BNS Act Section-280 in English) –
Chapter XV
280. Whoever navigates any vessel in a manner so rash or negligent as to endanger human life, or to be likely to cause hurt or injury to any other person, shall be punished with imprisonment of either description for a term which may extend to six months, or with fine which may extend to ten thousand rupees, or with both.
Of Offences Affecting the Public Health, Safety,
Convenience, Decency, and Morals.
280. Rash navigation of vessel.