सीआरपीसी की धारा 450 | कुछ मुचलकों पर देय रकम का उद्ग्रहण करने का निदेश देने की शक्ति | CrPC Section- 450 in hindi| Power to direct levy of amount due on certain recognizances.

नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 450 के बारे में पूर्ण जानकारी देंगे। क्या कहती है दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 450 कब लागू होती है, यह भी इस लेख के माध्यम से आप तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।

धारा 450 का विवरण

दण्ड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 450 के अन्तर्गत उच्च न्यायालय या सेशन न्यायालय किसी मजिस्ट्रेट को निर्देश दे सकता है कि वह उस रकम को उद्ग्रहीत करे जो ऐसे उच्च न्यायालय या सेशन न्यायालय में हाजिर और उपस्थित होने के लिए किसी बन्धपत्र पर देय है।

सीआरपीसी की धारा 450 के अनुसार

कुछ मुचलकों पर देय रकम का उद्ग्रहण करने का निदेश देने की शक्ति–

उच्च न्यायालय या सेशन न्यायालय किसी मजिस्ट्रेट को निदेश दे सकता है कि वह उस रकम को उद्ग्रहीत करे जो ऐसे उच्च न्यायालय या सेशन न्यायालय में हाजिर और उपस्थित होने के लिए किसी बन्धपत्र पर देय है।

Power to direct levy of amount due on certain recognizances-
The High Court or Court of Session may direct any Magistrate to levy the amount due on a bond for appearance or attendance at such High Court or Court of Session.

हमारा प्रयास सीआरपीसी की धारा 450 की पूर्ण जानकारी, आप तक प्रदान करने का है, उम्मीद है कि उपरोक्त लेख से आपको संतुष्ट जानकारी प्राप्त हुई होगी, फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल हो, तो आप कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते है।

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