भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 166 | Indian Contract Act Section 166

भारतीय संविदा अधिनियम Indian Contract Act (ICA Section-166) in Hindi के विषय में पूर्ण जानकारी देंगे। भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 166 के अनुसार यदि उपनिधाता का माल पर कोई हक न हो और उपनिहिती उसके उपनिधाता को या उसके निदेशों के अनुसार सद्भावपूर्वक प्रतिपरिदान कर दे तो उपनिहिती ऐसे परिदान के बारे में उसके स्वामी के प्रति उत्तरदायी नहीं है, जिसे IC Act Section-166 के अन्तर्गत परिभाषित किया गया है।

भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 166 (Indian Contract Act Section-166) का विवरण

भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 166 IC Act Section-166 के अनुसार यदि उपनिधाता का माल पर कोई हक न हो और उपनिहिती उसके उपनिधाता को या उसके निदेशों के अनुसार सद्भावपूर्वक प्रतिपरिदान कर दे तो उपनिहिती ऐसे परिदान के बारे में उसके स्वामी के प्रति उत्तरदायी नहीं है।

भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 166 (IC Act Section-166 in Hindi)

बिना हक वाले उपनिधाता को वापस परिदान करने पर उपनिहिती उत्तरदायी न होगा-

यदि उपनिधाता का माल पर कोई हक न हो और उपनिहिती उसके उपनिधाता को या उसके निदेशों के अनुसार सद्भावपूर्वक प्रतिपरिदान कर दे तो उपनिहिती ऐसे परिदान के बारे में उसके स्वामी के प्रति उत्तरदायी नहीं है।

Indian Contract Act Section-166 (IC Act Section-166 in English)

Bailee not responsible on re-delivery to bailor without title-

If the bailor has no title to the goods, and the bailee, in good faith, delivers them back to, or according to the directions of, the bailor, the bailee is not responsible to the owner in respect of such delivery.

हमारा प्रयास भारतीय संविदा अधिनियम (Indian Contract Act Section) की धारा 166 की पूर्ण जानकारी, आप तक प्रदान करने का है, उम्मीद है कि उपरोक्त लेख से आपको संतुष्ट जानकारी प्राप्त हुई होगी, फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल हो, तो आप कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते है।

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