मोटर वाहन अधिनियम की धारा 91 | ड्राइवरों के काम के घंटों के बारे में निबंधन | MV Act, Section- 91 in hindi | Restriction of hours of work of drivers.

नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके लिए मोटर वाहन अधिनियम की धारा 91 के बारे में पूर्ण जानकारी देंगे। क्या कहती है मोटर वाहन अधिनियम की धारा- 91, साथ ही इस धारा के अंतर्गत क्या परिभाषित किया गया है, यह सभी जानकारी इस लेख के माध्यम से आप तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।

मोटर वाहन अधिनियम की धारा- 91 का विवरण

मोटर वाहन अधिनियम (Motor Vehicles Act) की धारा -91 के विषय में पूर्ण जानकारी देंगे। इस अधिनियम के आधीन किसी परिवहन यान को चलाने में लगे किसी व्यक्ति के काम के घंटे उतने होंगे, जितने मोटर परिवहन कर्मकार अधिनियम, 1961 में उपबंधित है।

मोटर वाहन अधिनियम की धारा- 91 के अनुसार

ड्राइवरों के काम के घंटों के बारे में निबंधन-

(1) किसी परिवहन यान को चलाने में लगे किसी व्यक्ति के काम के घंटे उतने होंगे, जितने मोटर परिवहन कर्मकार अधिनियम, 1961 में उपबंधित है।
(2) राज्य सरकार, आपात की दशाओं का या ऐसी परिस्थितियों के कारण विलंब की दशाओं का सामना करने के लिए जिनकी पूर्व कल्पना नहीं की जा सकती थी राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, उपधारा (1) के उपबंधों से ऐसी छूट दे सकेगी जो वह ठीक समझती है।
(3) राज्य सरकार अथवा धारा 96 के अधीन बनाए गए नियमों द्वारा राज्य सरकार द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत किए जाने पर राज्य या प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण उन व्यक्तियों को, जिनका काम उपधारा (1) के उपबंधों में से किसी के अधीन आता है नियोजित करने वाले व्यक्तियों से अपेक्षा कर सकेगा कि वे ऐसे व्यक्तियों के काम के घंटे पहले से ही ऐसे नियत करे कि वे इन उपबंधों के अनुरूप हो जाए तथा ऐसे नियत किए गए घंटों का अभिलेख रखे जाने के लिए उपबंध कर सकेगा।
(4) कोई व्यक्ति उपधारा (3) के अधीन ऐसे व्यक्तियों के लिए नियत या अभिलिखित किए गए काम के घंटों के अलावा न तो काम करेगा न किसी ऐसे अन्य व्यक्तियों से काम कराएगा और न काम करने की अनुज्ञा ही देगा ।
(5) राज्य सरकार उन परिस्थितियों को, जिनके अधीन और ऐसी अवधि को विहित कर सकेगी, जिसके दौरान यान का ड्राइवर यद्यपि काम पर नियोजित न होते हुए, यान पर या उसके निकट रहने के लिए अपेक्षित है, यह समझा जा सकेगा कि वह उपधारा (1) के अर्थ में विश्रामकाल है।

Restriction of hours of work of drivers-
(1) The hours of work of any person engaged for operating a transport vehicle shall be such as provided in the Motor Transport Workers Act, 1961.
(2) A State Government may, by notification in the Official Gazette, grant such exemptions from the provisions of sub-section (1) as it thinks fit, to meet cases of emergency or of delays by reason of circumstances which could not be foreseen.
(3) A State Government or, if authorised in this behalf by the State Government by rules made under section 96, the State or a Regional Transport Authority may require persons employing any person whose work is subject to any of the provisions of sub-section (1) to fix beforehand the hours of work of such persons so as to conform to those provisions, and may provide for the recording of the hours so fixed.
(4) No person shall work or shall cause or allow any other person to work outside the hours fixed or recorded for the work of such persons under sub-section (3).
(5) A State Government may prescribe the circumstances under which and the period during which the driver of a vehicle although not engaged in work is required to remain on or near the vehicle may be deemed to be an interval for rest within the meaning of sub-section (1).

हमारा प्रयास मोटर वाहन अधिनियम (MV Act) की धारा 91 की पूर्ण जानकारी, आप तक प्रदान करने का है, उम्मीद है कि उपरोक्त लेख से आपको संतुष्ट जानकारी प्राप्त हुई होगी, फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल हो, तो आप कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते है।

2 thoughts on “मोटर वाहन अधिनियम की धारा 91 | ड्राइवरों के काम के घंटों के बारे में निबंधन | MV Act, Section- 91 in hindi | Restriction of hours of work of drivers.”

  1. Working hours of bus drivers including rest in Delhi transport corporation.
    If forced to work after these hours what should I do .
    How over time is calculated & time bound of overtime hour
    Eg:after 1/2 hours. 1 hours,1&1/2 hrs
    If overtime not paid by department what should I do.

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    • Find out what is the official time and speak to your head incharge and if you do not listen then complain, if overtime is happening, then ask for overtime money with complaint.

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