भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 हिन्दी मे (BNS Act Section-223 in Hindi) –
अध्याय XIII
223. जो कोई किसी व्यक्ति को क्षति पहुंचाने की धमकी इस प्रयोजन से देगा कि वह व्यक्ति किसी ऐसे लोक सेवक को, जो ऐसा संरक्षण देने या ऐसा संरक्षण दिलाने के लिए वैध रूप से सशक्त है, किसी क्षति के विरुद्ध संरक्षण के लिए विधिक आवेदन करने से विरत रहे या विरत रहे, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास से, जिसे एक वर्ष तक बढ़ाया जा सकेगा, या जुर्माने से, या दोनों से, दंडित किया जाएगा।
लोक सेवकों के वैध प्राधिकार की अवमानना।
223. किसी व्यक्ति को लोक सेवक से सुरक्षा के लिए आवेदन
करने से रोकने के लिए उसे चोट पहुंचाने की धमकी देना।
Bharatiya Nyaya Sanhita Section 223 in English (BNS Act Section-223 in English) –
Chapter XIII
223. Whoever holds out any threat of injury to any person for the purpose of inducing that person to refrain or desist from making a legal application for protection against any injury to any public servant legally empowered as such to give such protection, or to cause such protection to be given, shall be punished with imprisonment of either description for a term which may extend to one year, or with fine, or with both.
Of Contempts Of The Lawful Authority of Public Servants.
223. Threat of injury to induce person to refrain from
applying for protection to public servant.