भारतीय न्याय संहिता की धारा 174 हिन्दी मे (BNS Act Section-174 in Hindi) –
अध्याय IX
174. जो कोई, किसी अभ्यर्थी की लिखित साधारण या विशेष अनुमति के बिना, किसी सार्वजनिक बैठक के आयोजन के लिए या किसी विज्ञापन, परिपत्र या प्रकाशन के लिए या किसी अन्य तरीके से ऐसे अभ्यर्थी के निर्वाचन को बढ़ावा देने या उसे प्राप्त कराने के लिए व्यय करेगा या प्राधिकृत करेगा, उसे जुर्माने से, जो दस हजार रुपए तक का हो सकेगा, दंडित किया जाएगाः
चुनाव से संबंधित अपराधों के विषय में
174. चुनाव के संबंध में अवैध भुगतान।
परन्तु यदि कोई व्यक्ति, बिना अनुमति के दस रुपए से अनधिक कोई व्यय करके, ऐसे व्यय किए जाने की तारीख से दस दिन के भीतर अभ्यर्थी का लिखित अनुमोदन प्राप्त कर लेता है, तो यह समझा जाएगा कि उसने अभ्यर्थी के प्राधिकार से ऐसा व्यय किया है।
Bharatiya Nyaya Sanhita Section 174 in English (BNS Act Section-174 in English) –
Chapter IX
174. Whoever without the general or special authority in writing of a candidate incurs or authorises expenses on account of the holding of any public meeting, or upon any advertisement, circular or publication, or in any other way whatsoever for the purpose of promoting or procuring the election of such candidate, shall be punished with fine which may extend to ten thousand rupees:
Of Offences Relating to Elections
174. Illegal payments in connection with an election.
Provided that if any person having incurred any such expenses not exceeding the amount of ten rupees without authority obtains within ten days from the date on which such expenses were incurred the approval in writing of the candidate, he shall be deemed to have incurred such expenses with the authority of the candidate.