भारतीय न्याय संहिता की धारा 350 हिन्दी मे (BNS Act Section-350 in Hindi) –
अध्याय XIX
350. जो कोई किसी भी प्रकार से जानबूझकर अपमान करेगा और उसके द्वारा किसी व्यक्ति को प्रकोपन देगा, यह आशय रखते हुए या यह सम्भाव्य जानते हुए कि ऐसा प्रकोपन उसे लोक शांति भंग करने या कोई अन्य अपराध करने का कारण बनेगा, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास से, जिसे दो वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या जुर्माने से, या दोनों से, दंडित किया जाएगा।
आपराधिक धमकी, अपमान, झुंझलाहट,
मानहानि, आदि।
350. शांति भंग करने के इरादे से
जानबूझकर अपमान करना।
Bharatiya Nyaya Sanhita Section 350 in English (BNS Act Section-350 in English) –
Chapter XIX
350. Whoever intentionally insults in any manner, and thereby gives provocation to any person, intending or knowing it to be likely that such provocation will cause him to break the public peace, or to commit any other offence, shall be punished with imprisonment of either description for a term which may extend to two years, or with fine, or with both.
Of Criminal Intimidation, Insult
Annoyance, Defamation, ETC.
350. Intentional insult with intent
to provoke breach of peace.