भारतीय न्याय संहिता की धारा 233 हिन्दी मे (BNS Act Section-233 in Hindi) –
अध्याय XIV
233. जो कोई किसी ऐसे प्रमाणपत्र को सत्य प्रमाणपत्र के रूप में भ्रष्ट रूप से उपयोग में लाएगा या उपयोग में लाने का प्रयत्न करेगा, यह जानते हुए कि वह किसी तात्विक बात में मिथ्या है, उसे उसी प्रकार दण्डित किया जाएगा, मानो उसने मिथ्या साक्ष्य दिया हो।
झूठे साक्ष्य और लोक न्याय के विरुद्ध अपराध
233. ऐसे प्रमाणपत्र को सत्य मानकर प्रयोग करना जो झूठा हो।
Bharatiya Nyaya Sanhita Section 233 in English (BNS Act Section-233 in English) –
Chapter XIV
233. Whoever corruptly uses or attempts to use any such certificate as a true certificate, knowing the same to be false in any material point, shall be punished in the same manner as if he gave false evidence.
Of False Evidence and Offences Against Public Justice.
233. Using as true a certificate known to be false.