भारतीय न्याय संहिता की धारा 235 | Bharatiya Nyaya Sanhita Section 235

भारतीय न्याय संहिता की धारा 235 हिन्दी मे (BNS Act Section-235 in Hindi) –

अध्याय XIV
झूठे साक्ष्य और लोक न्याय के विरुद्ध अपराध
235. ऐसी घोषणा को झूठा जानते हुए भी उसे
सत्य के रूप में प्रयोग करना।

235. जो कोई किसी ऐसी घोषणा को, किसी तात्विक बिंदु पर मिथ्या जानते हुए, भ्रष्ट रूप से सत्य के रूप में उपयोग करेगा या उपयोग करने का प्रयत्न करेगा, उसे उसी प्रकार दण्डित किया जाएगा, मानो उसने मिथ्या साक्ष्य दिया हो।
स्पष्टीकरण- कोई घोषणा जो केवल किसी अनौपचारिकता के आधार पर अग्राह्य है, धारा 234 और इस धारा के अर्थ में घोषणा है।

Bharatiya Nyaya Sanhita Section 235 in English (BNS Act Section-235 in English) –

Chapter XIV
Of False Evidence and Offences Against Public Justice.
235. Using as true such declaration knowing
it to be false.

235. Whoever corruptly uses or attempts to use as true any such declaration, knowing the same to be false in any material point, shall be punished in the same manner as if he gave false evidence.
Explanation- A declaration which is inadmissible merely upon the ground of some informality, is a declaration within the meaning of section 234 and this section.