नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 481 के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे। क्या कहती है भारतीय दंड संहिता की धारा 481? साथ ही हम आपको IPC की धारा 481, क्या परिभाषित करती है, इस लेख के माध्यम से आप तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
IPC की धारा 481 का विवरण
भारतीय दण्ड संहिता (IPC) में धारा 481 के विषय में पूर्ण जानकारी देंगे। भारतीय दंड संहिता की धारा 481 मिथ्या सम्पत्ति-चिह्न को उपयोग में लाना (Using a false property mark) को परिभाषित किया गया है, इस लेख के माध्यम से समझने का प्रयास करेंगे।
आईपीसी की धारा 481 के अनुसार
मिथ्या सम्पत्ति-चिह्न को उपयोग में लाना-
जो कोई किसी जंगम सम्पत्ति या माल को या किसी पेटी, पैकेज या अन्य पात्र को, जिसमें जंगम सम्पत्ति या माल रखा है, ऐसी रीति से चिन्हित करता है, या किसी पेटी, पैकेज या अन्य पात्र को, जिस पर कोई चिन्ह है, ऐसी रीति से उपयोग में लाता है, जो इसलिए युक्तियुक्त रूप से प्रकल्पित है कि उससे यह विश्वास कारित हो जाये कि इस प्रकार चिन्हित सम्पत्ति या माल, या इस प्रकार चिन्हित किसी ऐसे पात्र में रखी हुई कोई सम्पत्ति या माल, ऐसे व्यक्ति का है जिसका वह नहीं है, वह मिथ्या सम्पत्ति चिन्ह का उपयोग करता है, यह कहा जाता है।
Using a false property mark-
Whoever marks any movable property or goods or any case, package or other receptacle containing movable property or goods, or uses any case, package or other receptacle having any mark thereon, in a manner reasonably calculated to cause it to be believed that the property or goods so marked, or any property or goods, contained in any such receptacle so marked, belong to a person to whom they do not belong, is said to use a false property mark.
हमारा प्रयास आईपीसी की धारा 481 की पूर्ण जानकारी, आप तक प्रदान करने का है, उम्मीद है कि उपरोक्त लेख से आपको संतुष्ट जानकारी प्राप्त हुई होगी, फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल हो, तो आप बेझिझक कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते है।
धन्यवाद