नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 294A के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे। क्या कहती है भारतीय दंड संहिता की धारा 294A? साथ ही हम आपको IPC की धारा 294A के अंतर्गत कैसे क्या सजा मिलती है और जमानत कैसे मिलती है, और यह अपराध किस श्रेणी में आता है, इस लेख के माध्यम से आप तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
धारा 294A का विवरण
भारतीय दण्ड संहिता (IPC) में धारा 294A के विषय में पूर्ण जानकारी देंगे। जो कोई भी लॉटरी जैसा गैरकानूनी कार्य करने के लिए कार्यालय रखता है, जबकि उसे ज्ञात है कि उसका कार्यालय न तो राज्य सरकारी है और न ही सरकार द्वारा प्राधिकृत है। इस तरह का कार्य जो कोई भी व्यक्ति करता है वह धारा 294A के अंतर्गत दण्ड का भागीदार होगा।
आईपीसी की धारा 294A के अनुसार-
लाटरी- कार्यालय रखना
जो कोई ऐसी कोई लाटरी जो न तो राज्य लाटरी हो, और न तस्सम्बन्धित राज्य-सरकार द्वारा प्राधिकृत लाटरी हो, निकालने के प्रयोजन के लिये कोई कार्यालय या स्थान
रखेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि छह मास तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, दण्डित किया जाएगा;
तथा जो कोई ऐसी लाटरी में किसी टिकट, लाट, संख्यांक या आकृति को निकालने से सम्बन्धित या लागू होने वाली किसी घटना या परिस्थिति पर किसी व्यक्ति के फायदे के लिए किसी राशि को देने की, या किसी माल के परिदान की, या किसी बात को करने की, या किसी बात से प्रविरत रहने की कोई प्रस्थापना प्रकाशित करेगा, वह जुर्माने से, जो एक हजार रुपये तक का हो सकेगा, दण्डित किया जाएगा।
Keeping lottery office-
Whoever keeps any office or place for the purpose of drawing any lottery not being a State Lottery or a lottery authorised by the State Government, shall be punished with imprisonment of either description for a term which may extend to six months, or with fine, or with both.
And whoever publishes any proposal to pay any sum, or to deliver any goods, or to do or forbear from doing anything for the benefit of any person, on any event or contingency relative or applicable to the drawing of any ticket, lot, number or figure in any such lottery, shall be punished with fine which may extend to one thousand rupees.
लागू अपराध
लाटरी कार्यालय रखना
सजा- छह माह के लिए कारावास या जुर्माना, अथवा दोनो का भागीदार होगा।
यह एक जमानती, गैरसंज्ञेय अपराध है और किसी भी श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।
यह अपराध समझौते योग्य नही है।
सजा (Punishment) का प्रावधान
यदि कोई व्यक्ति गैरकानूनी तरीके से लाटरी कार्यालय संचालित करता है, जिसके लिए वह छह माह के लिए कारावास या जुर्माना अथवा दोनो का भागीदार हो सकता है।
जमानत (Bail) का प्रावधान
यह अपराध एक जमानतीय, गैरसंज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है। यह अपराध जमानतीय होने के कारण आसानी से जमानत मिल जाती है।
अपराध | सजा | अपराध श्रेणी | जमानत | विचारणीय |
लाटरी कार्यालय रखना। | छह माह के लिए कारावास या जुर्माना, अथवा दोनो | गैर-संज्ञेय | जमानतीय | किसी भी श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा |
हमारा प्रयास आईपीसी की धारा 294A की पूर्ण जानकारी, आप तक प्रदान करने का है, उम्मीद है कि उपरोक्त लेख से आपको संतुष्ट जानकारी प्राप्त हुई होगी , फिर भी अगर आपके पास कोई सवाल हो,तो आप कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते है ।