नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 399 के बारे में पूर्ण जानकारी देंगे। क्या कहती है भारतीय दंड संहिता की धारा 399 के अंतर्गत कैसे क्या सजा मिलती है और जमानत कैसे मिलती है, और यह अपराध किस श्रेणी में आता है, इस लेख के माध्यम से आप तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
धारा 399 का विवरण
भारतीय दण्ड संहिता (IPC) में धारा 399 के विषय में पूर्ण जानकारी देंगे। जो कोई डकैती करने के लिये कोई तैयारी करेगा, तो वह धारा 399 के अंतर्गत दंड एवं जुर्माने से दण्डित किया जाएगा।
आईपीसी की धारा 399 के अनुसार
डकैती करने के लिये तैयारी करना-
जो कोई डकैती करने के लिये कोई तैयारी करेगा, वह कठिन कारावास से, जिसकी अवधि दस वर्ष तक की हो सकेगी, दण्डित किया जाएगा, और जुर्माने से भी दण्डनीय होगा।
Making preparation to commit dacoity-
Whoever makes any preparation for committing dacoity, shall be punished with rigorous imprisonment for a term which may extend to ten years, and shall also be liable to fine.
लागू अपराध
घातक आयुध से सज्जित होकर लूट या डकैती करने का प्रयत्न।
सजा- सात वर्ष से कम न होने वाला कठिन कारावास।
यह अपराध एक गैर-जमानतीय और संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आता है।
सेशन न्यायालय द्वारा विचारणीय है।
यह अपराध समझौते योग्य नहीं है।
जुर्माना/सजा (Fine/Punishment) का प्रावधान
भारतीय दंड संहिता की धारा 399 के अंतर्गत जो कोई डकैती करने के लिये कोई तैयारी करेगा, वह कठिन कारावास से, जिसकी अवधि दस वर्ष तक की हो सकेगी, दण्डित किया जाएगा, और जुर्माने से भी दण्डनीय होगा।
जमानत (Bail) का प्रावधान
भारतीय दंड संहिता की धारा 399 अंतर्गत जो अपराध कारित किए जाते है वह अपराध दंड प्रक्रिया संहिता में गैर-जमानतीय (Non-Baileble) अपराध की श्रेणी में आते है, इसलिए इस धारा के अंतर्गत किए गए अपराध में जमानत नहीं मिल सकेगी।
अपराध | सजा | अपराध श्रेणी | जमानत | विचारणीय |
घातक आयुध से सज्जित होकर लूट या डकैती करने का प्रयत्न। | सात वर्ष से कम न होने वाला कठिन कारावास। | संज्ञेय | गैर-जमानतीय | सेशन न्यायालय द्वारा |
हमारा प्रयास आईपीसी की धारा 399 की पूर्ण जानकारी, आप तक प्रदान करने का है, उम्मीद है कि उपरोक्त लेख से आपको संतुष्ट जानकारी प्राप्त हुई होगी, फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल हो, तो आप कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते है।