नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 422 के बारे में पूर्ण जानकारी देंगे। क्या कहती है दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 422 कब लागू होती है, यह भी इस लेख के माध्यम से आप तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
धारा 422 का विवरण
दण्ड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 422 के अन्तर्गत किसी न्यायालय द्वारा धारा 421 की उपधारा (1) के खण्ड (क) के अधीन जारी किया गया कोई वारंट उस न्यायालय को स्थानीय अधिकारिता के अन्दर निष्पादित किया जा सकता है और वह ऐसी अधिकारिता के बाहर की किसी ऐसी सम्पत्ति की कुर्की और विक्रय उस दशा में प्राधिकृत करेगा जब वह उस जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जिसकी स्थानीय अधिकारिता के अन्दर ऐसी सम्पत्ति पाई जाए, पृष्ठांकित कर दिया गया है।
सीआरपीसी की धारा 422 के अनुसार
ऐसे वारंट का प्रभाव-
किसी न्यायालय द्वारा धारा 421 की उपधारा (1) के खण्ड (क) के अधीन जारी किया गया कोई वारंट उस न्यायालय को स्थानीय अधिकारिता के अन्दर निष्पादित किया जा सकता है और वह ऐसी अधिकारिता के बाहर की किसी ऐसी सम्पत्ति की कुर्की और विक्रय उस दशा में प्राधिकृत करेगा जब वह उस जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जिसकी स्थानीय अधिकारिता के अन्दर ऐसी सम्पत्ति पाई जाए, पृष्ठांकित कर दिया गया है।
Effect of such warrant-
A warrant issued under clause (a) of sub-section (1) of Section 421 by any Court may be executed within the local jurisdiction of such Court, and it shall authorise the attachment and sale of any such property outside such jurisdiction, when it is endorsed by the District Magistrate within whose local jurisdiction such property is found.
हमारा प्रयास सीआरपीसी की धारा 422 की पूर्ण जानकारी, आप तक प्रदान करने का है, उम्मीद है कि उपरोक्त लेख से आपको संतुष्ट जानकारी प्राप्त हुई होगी, फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल हो, तो आप कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते है।