भारतीय संविदा अधिनियम Indian Contract Act (ICA Section-29) in Hindi के विषय में पूर्ण जानकारी देंगे। भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 29 के अनुसार वे करार जिनका अर्थ निश्चित नहीं है या निश्चित किया जाना शक्य नहीं है, शून्य है, जिसे IC Act Section-29 के अन्तर्गत परिभाषित किया गया है।
HIGHLIGHTS
भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 29 (Indian Contract Act Section-29) का विवरण
भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 29 IC Act Section-29 के अनुसार वे करार जिनका अर्थ निश्चित नहीं है या निश्चित किया जाना शक्य नहीं है, शून्य है।
भारतीय संविदा अधिनियम की धारा 29 (IC Act Section-29 in Hindi)
करार अनिश्चितता के कारण शून्य है-
वे करार जिनका अर्थ निश्चित नहीं है या निश्चित किया जाना शक्य नहीं है, शून्य है
दृष्टान्त
(क) ‘ख’ को ‘क’ ‘‘एक सौ टन तेल” बेचने का करार करता है। उसमें यह दर्शित करने के लिए कुछ नहीं है कि किस तरह का तेल आशयित था। करार अनिश्चितता के कारण शून्य है।
(ख) ‘ख’ को ‘क’, विनिर्दिष्ट वर्णन का एक सौ टन ऐसा तेल बेचने का करार करता है जो एक वाणिज्यिक वस्तु के रूप में ज्ञात है। यहाँ कोई अनिश्चितता नहीं है जिससे करार शून्य हो जाए।
(ग) ‘क’, जो केवल नारियल के तेल का व्यवसायी है, ‘ख’ को ‘एक सौ टन तेल” बेचने का करार करता है। ‘क’ के व्यापार की प्रकृति इन शब्दों का अर्थ उपदर्शित करती है और ‘क’ ने एक सौ टन नारियल के तेल के विक्रय के लिए संविदा की है।
(घ) ‘क’ “रामनगर में मेरे धान्य-भण्डार में का सारा धान्य” ‘ख’ को बेचने का करार करता है। यहाँ कोई अनिश्चितता नहीं है जिससे करार शून्य हो जाए।
(ङ) ‘ख’ को ‘‘ग द्वारा नियत की जाने वाली कीमत पर एक हजार मन चावल” बेचने का करार ‘क’ करता है। कीमत निश्चित की जा सकती है, इसलिए यहाँ कोई अनिश्चितता नहीं है जिससे करार शून्य हो जाए।
(च) ‘ख’ को ‘क’ ‘‘मेरा सफेद घोड़ा पाँच सौ रुपये या एक हजार रुपये के लिए” बेचने का करार करता है। यह दर्शित करने के लिए कुछ नहीं है कि इन दो कीमतों में से कौन-सी दी जानी है। करार शून्य है।
Indian Contract Act Section-29 (IC Act Section-29 in English)
Agreements void for uncertainty-
Agreements, the meaning of which is not certain, or capable of being made certain, are void
Illustrations
(a) A agrees to sell B “a hundred tons of oil”. There is nothing whatever to show what kind of oil was intended. The agreement is void for uncertainty.
(b) A agrees to sell B one hundred tons of oil of a specified description, known as an article of commerce. There is no uncertainty here to make the agreement void.
(c) A, who is a dealer in coconut oil only, agrees to sell to B “one hundred tons of oil”. The nature of A’s trade affords an indication of the meaning of the words, and A has entered into a contract for the sale of one hundred tons of coconut-oil.
(d) A agrees to sell B “all the grain in my granary at Ramnagar”. There is no uncertainty here to make the agreement void.
(e) A agrees to sell to B one thousand maunds of rice at a price to be fixed by C”. As the price is capable of being made certain, there is no uncertainty here to make the agreement void.
(f) A agrees to sell to B “my white horse for rupees five hundred or rupees one thousand”. There is nothing to show which of the two prices was to be given. The agreement is void.
हमारा प्रयास भारतीय संविदा अधिनियम (Indian Contract Act Section) की धारा 29 की पूर्ण जानकारी, आप तक प्रदान करने का है, उम्मीद है कि उपरोक्त लेख से आपको संतुष्ट जानकारी प्राप्त हुई होगी, फिर भी अगर आपके मन में कोई सवाल हो, तो आप कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते है।